विविध >> महिलाओं और बच्चों की सेहत महिलाओं और बच्चों की सेहतसीमा जैन, चाँदनी त्यागी
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राष्ट्रीय स्वास्थ्य सर्वेक्षण और जिला स्तरीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आधार पर स्थिति का आकलन...
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
बच्चों एवं महिलाओं के स्वास्थअय के संदर्भ में मौजूदा विकास की परिभाषा एक बड़ी बहस का मुद्दा है कि इस विकास में बच्चों एवं महिलाओं के अस्तित्व और बेहतरी कोई मायने नहीं रखती है या नहीं। भारत के विकास की दर दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था के रूप में जानी जाती है, परन्तु संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ने वर्ष 2009 की मानव विकास रिपोर्ट के माध्यम से भारत की सरकार और समाज को आइना दिखाया है।
यह रिपोर्ट बताती है कि शिशु मृत्यु दर के मामले में भारत की स्थिति दुनियां में बदतर बनी हुई है,यहां पारिवारिक स्वास्थ्य पर सरकार का निवेश कम है। कुल मिलाकर हम उस नजरिये को पैदा नहीं कर पाये जिसमें समाज के स्वास्थ्य को विकास का मूल सूचक माना जाता है।
यह रिपोर्ट बताती है कि शिशु मृत्यु दर के मामले में भारत की स्थिति दुनियां में बदतर बनी हुई है,यहां पारिवारिक स्वास्थ्य पर सरकार का निवेश कम है। कुल मिलाकर हम उस नजरिये को पैदा नहीं कर पाये जिसमें समाज के स्वास्थ्य को विकास का मूल सूचक माना जाता है।
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